Land Registry Rules Update: जमीन रजिस्ट्री के नियम में बड़ा बदलाव अब जमीन खरीदने व बेचने से पहले जान ले यह नियम

Land Registry Rules Update: आजकल हर कोई एक स्थायी जगह की तलाश में है और प्रॉपर्टी खरीदना या बेचना एक बड़ी ज़िम्मेदारी और निवेश है। लेकिन अगर आप 2025 में प्रॉपर्टी खरीदने या बेचने की सोच रहे हैं, तो आपके लिए यह जानना बेहद ज़रूरी है कि इस साल ज़मीन के रजिस्ट्रेशन से जुड़े कुछ ज़रूरी नियम बदल गए हैं। कई लोगों को यह ग़लतफ़हमी होती है कि “registration हो गया मतलब आप मालिक बन गए”, लेकिन अब यह सोच पूरी तरह बदलने वाली है। Government ने 2025 की शुरुआत में registry और मालिकाना हक़ से जुड़े कई rules में बदलाव किया है, जिससे property के लेन-देन की प्रक्रिया पहले से ज़्यादा पारदर्शी और सुरक्षित हो गई है।

कई मामलों में registry के बावजूद ज़मीन पर दावा ग़लत साबित हुआ है, इसलिए ज़रूरी है कि हम इन नए rules को पूरी तरह से समझें। नीचे हम आपको ऐसे बड़े बदलाव बताएँगे जो सीधे तौर पर आपकी ज़मीन और प्रॉपर्टी से जुड़े हैं और आपकी जेब और भविष्य दोनों पर असर डाल सकते हैं। रजिस्ट्री का मतलब अब सीधा मालिकाना हक़ नहीं रहा।

लंबे समय से यह परंपरा रही है कि जब कोई व्यक्ति ज़मीन या फ्लैट की रजिस्ट्री करवाता है, तो वह खुद को उसका मालिक मानता है। लेकिन अब क़ानून में बदलाव के बाद सिर्फ़ रजिस्ट्री करवा लेने से कोई भी मालिक नहीं माना जाएगा।

नियमों में क्या बदलाव हुए हैं

  • रजिस्ट्री अब केवल एक कानूनी दस्तावेज़ होगी जो यह प्रमाणित करेगा कि आपने ज़मीन खरीदी है।
  • स्वामित्व तभी सिद्ध होगा जब संबंधित व्यक्ति के नाम पर ज़मीन का रिकॉर्ड अपडेट हो गया हो।
  • Mutation एंट्री यानी हस्तांतरण अब अनिवार्य कर दिया गया है – इसके बिना रजिस्ट्री अधूरी मानी जाएगी।

स्वामित्व अधिकार के लिए ‘म्यूटेशन’ अनिवार्य है

  • पंजीकरण के 30 दिनों के भीतर म्यूटेशन अनिवार्य है।
  • म्यूटेशन की सुविधा अब ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से उपलब्ध करा दी गई है।
  • म्यूटेशन के बिना बैंक से ऋण या निर्माण की अनुमति नहीं मिलेगी।

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