नए वेतन आयोग में 34% तक बढ़ेगी सरकारी कर्मचारियों की सैलरी जाने कितना होगा फिटमेंट फैक्टर?
सातवें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 2.57 रखा गया था जिसके वजह से न्यूनतम मूल वेतन ₹7000 से बढ़कर 18000 रुपए हो गया था हालांकि महंगाई भत्ता रिसेट करने के बाद वास्तविक ग्रोथ केवल 14.3% ही रही थी।
8वें वेतन में बढ़ोतरी
देश के एक करोड़ केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशन भेजने को आठवें वेतन आयोग के गठन की तारीख की घोषणा का बेसब्री से इंतजार है नए आयोग के लागू होते हैं उनकी सैलरी पेंशन और बातों में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा जिसका लाभ 50 लाख से ज्यादा कर्मचारियों और लगभग 65 लाख पेंशन को फायदा मिलेगा।
अब तक की प्रक्रिया और गति को देखते हुए 2026 से नए वेतन आयोग की सिफारिश लागू होने की संभावना कम है क्योंकि आयोग के गठन की पूरी प्रक्रिया में 12 से 15 महीने का समय लगता है ऐसे बात में 2027 तक पहुंच सकती है वेतन आयोग को 16 जनवरी 2025 को मंजूरी दी गई थी।
8th Pay Commission में बढ़ सकती है 30% से 34% तक सैलरी ब्रोकरेज फर्म एविड कैपिटल की रिपोर्ट के मुताबिक आठवी वेतन आयोग के लागू होने पर केंद्रीय कर्मचारियों और पेशंस की सैलरी 30% से 34 परसेंट तक बढ़ सकती है नया फिटमेंट फैक्टर 1.83 से 2.46 के बीच हो सकता है इससे केंद्र सरकार पर 1.8 लाख करोड रुपए का अतिरिक्त भार पड़ेगा वर्तमान में सातवें वेतन आयोग में लेवल वन के कर्मचारियों की मंथली बेसिक सैलरी 18000 और लेवल 2 के कर्मचारियों की सैलरी 19900 है संभावना है कि आठवी वेतन आयोग के लागू होते ही लेवल 1 और 2 के कर्मचारियों की सैलरी 30000 से 50000 के बीच पहुंच सकती है क्योंकि सरकारी कर्मचारियों के वेतन में मूल वेतन महंगाई भत्ता मकान किराया भत्ता और परिवहन भत्ता शामिल होता है मूल वेतन उनकी कुल आय का 51.5% होता है
फिटमेंट फैक्टर पर क्या पड़ेगा असर
फिटमेंट फैक्टर का केंद्रीय कर्मचारियों की बेसिक सैलरी तय करने में अहम रोल माना जाता है इस फैक्टर के कारण केंद्रीय कर्मचारियों के वेतन में ढाई गुना से अधिक के बढ़ोतरी होती है वर्तमान में कर्मचारियों का फिटमेंट फैक्टर 2.57 फिटी है फिटमेंट फैक्टर के आधार पर ही पुरानी बेसिक पेज रिवाइज्ड बेसिक पे की कैलकुलेशन की जाती है सातवें वेतन आयोग में 2.57 फिटमेंट फैक्टर के कारण वेतन और पेंशन में वृद्धि के बाद केंद्रीय कर्मचारियों की न्यूनतम सैलरी 7000 से बढ़कर 18000 रुपया हो गई थी पेशेंट भी ₹3500 से बढ़कर ₹9000 हो गई थी आठवीं वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 1.1 में से 2.86 के बीच तय हो सकता है जिसे वेतन में 30 से 50 फ़ीसदी की वृद्धि हो सकती है न्यूनतम मूल वेतन 18000 रुपए से बढ़कर 35000 से 50000 के बीच हो सकता है।